विकास प्राधिकरण कार्यालय से सम्बद्ध हुए अवर अभियंता अनिल कुमार त्यागी

बस्ती। विकास प्राधिकरण के कार्यो को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए डीएम/ बीडीए उपाध्यक्ष आशुतोष निरंजन ने अधिकारियों, कर्मचारियों के मध्य कार्य वितरण का आदेश जारी किया है। वहीं बीडीए सचिव ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नन्द किशोर कलाल की ओर से प्राधिकरण स्टाफ के किसी साइट पर जाने के दौरान अधिकृत पहचान पत्र अनिवार्य रूप से वहां के भवन स्वामी या जो भी अधिकृत व्यक्ति मौजूद हो उसे दिखाने का आदेश दिया है।


बीडीए उपाध्यक्ष/ डीएम की ओर से किए गए कार्य वितरण आदेश के अनुसार बस्ती विकास प्राधिकरण के अधिशासी अभियंता पंकज पाण्डेय को प्रर्वतन, अभियंत्रण, मानचित्र,महायोजना एवं अधिष्ठान कार्य सम्पादित करने का दायित्व दिया गया है। जबकि अवर अभियंता आरसी शुक्ला अधिशासी अभियंता के अधीन सभी विकास क्षेत्र में प्रर्वतन, अभियंत्रण, मानचित्र, महायोजना, वादों की पैरवी आदि का कार्य सम्पादित करेंगे। अवर अभियंता अनिल कुमार त्यागी को बीडीए कार्यालय से सम्बद्ध किया गया है। आदेश दिया गया है कि वे कार्यालय से सम्बद्ध रहकर वादों की पैरवी, शमन योजना 2020 के मानचित्रों के निस्तारण में अधिशासी अभियंता का सहयोग करेंगे।


बीडीए सचिव/ ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नन्द किशोर कलाल की ओर से आदेश जारी कर प्राधिकरण के अधिकारियों, कर्मचारियों को पहचानपत्र साथ रखने को कहा गया है। किसी परिसर में जाने पर मौके पर अपना पहचान पत्र परिसर मालिक, गार्ड अथवा केयर टेकर जो भी मौजूद हो उसे अनिवार्य रूप से अपना पहचान पत्र दिखाए जाने का आदेश दिया है। फील्ड स्टाफ को आदेशित किया कि वे प्रतिदिन स्थल भ्रमण बाद कार्यालय पहुंचकर भ्रमण रजिस्टर में विवरण अंकित करें। यह दर्शाएं कि वे उस तिथि को किस- किस स्थल पर गए और क्या कार्रवाई की गई। फील्ड स्टाफ द्वारा भ्रमण रजिस्टर पर दर्शाए गए विवरण का प्रतिदिन अवर अभियंता द्वारा सत्यापन किया जाएगा। जबकि अधिशासी अभियंता द्वारा पाक्षिक अनुश्रवण किया जाएगा। बीडीए सचिव की ओर से लोगों से अपील की गई है कि यदि कोई व्यक्ति उनके परिसर में प्राधिकरण का कर्मचारी बताते हुए उनसे अभिलेख या कोई सूचना मांगे तो वे उससे उसका परिचय पत्र जरूर मांगे। यदि कोई व्यक्ति संदिग्ध लगे तो उसकी तत्काल सूचना ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/सचिव बीडीए के मोबाइल नम्बर 9454415905 पर या अधिशासी अभियंता के मोबाइल नम्बर 8795558822 पर दें। इसके अलावा प्राधिकरण के कार्यालय में लिखित रूप से अवगत कराएं।